भाटी गांव निवासी रामरतन राम ने बताया कि मेरे पुत्र नवीन कुमार को गांव का एक यूवक 30 जून को कहीं ले कर गया था।जब मेरा पुत्र दो दिन बाद भी घर वापस नहीं आया तो किसी अनहोनी की आशंका से मैंने थाने पर पहुंच कर इस बारे में थानां प्रभारी को सूचना दिया था।साथ ही जिस युवक के साथ मेरा पुत्र गया था उस का नाम भी बता दिया था।इस के बावजूद भी समय आगे सरकता गया और पुलिस शिथिल बैठी रही।तब विवश हो कर मैंने पुत्र के गायब हो जाने के बारे 19 जुलाई को थाना समाधान दिवस में इस बारे में प्रार्थना पत्र दिया था बावजूद पुलिस निष्क्रिय बनी रही।इस दौरान आज शनिवार को अचानक मुझे सूचना मिली कि मेरे पुत्र के कपड़े चप्पल पैंट आदि खरीद घाट के समीप नदी किनारे पड़े हैं।सूचना मिलते ही मैं गांव के प्रधान और गांव के कुछ लोगों के साथ मौके पर पहुंच कर वहां पड़े सामानों को लेकर थाने आया और इस बारे में थानां प्रभारी दिनेश पाठक को सूचना दिया।बाद में सी ओ आशीष कुमार मिश्र व एसओ दिनेश पाठक के साथ मौके पर पहुंच कर काम्बिंग किये तो वहा कंकाल मिला जिसे नवीन के पिता ने कपड़े चप्पल और बेल्ट के आधार उसे अपना बेटा बताया।कंकाल मिलने की सूचना पा कर सैकड़ों ग्रामीणों ने थाने पर पहुंच कर घेराव कर दिया।इस दौरान पुलिस ने समझा बुझा कर भीड़ को थाने से हटाया।साथ ही बलिया से आयी फारेंसिक लैब टीम जांच हेतु कंकाल को लेकर चली गई
बता दे कि सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के भांटीगांव से 30 जून को गायब युवक का कंकाल थाना क्षेत्र के खरीद दियारे से मिलने पर सनसनी फ़ैल गयी है कपड़े चप्पल बेल्ट के आधार पर युवक के पिता द्वारा अपने बेटे के रूप में युवक की शिनाख्त की है।बता दे कि भाटी गांव निवासी नवीन कुमार पुत्र राम रतन 30 जून को गांव के ही एक युवक ने दरवाजे से कहीं लेकर गया था।पीड़ित पिता राम रतन का आरोप है कि उसी दिन से उनका पुत्र गायब था।परिजनों द्वारा लगातार दौड़ने और 19 जुलाई को थाना दिवस पर तहरीर देने के बाद थानाध्यक्ष द्वारा गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई थी तथा लगातार थाने से संपर्क किया जाता रहा। वहीं परिजनों का कहना है कि वह हर जगह खोजकर थक गए थे।
रिपोर्ट - जितेंद्र राय
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