सिकन्दरपुर(बलिया)जैसा कि सरकार के अन्य कार्यक्रमों के आयोजन का हश्र होता है,नागरिकों के लिए महत्पूर्ण व शासन की महत्वाकांक्षी योजना समाधान दिवस का भी सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारी मजाक बना कर रख दिये हैं।जिससे जन समस्याओं एवं विवादों के गुणवत्तापूर्ण त्वरित निस्तारण के शासनिक मंशा की पूर्ति नहीं हो पा रही है।
इस का जीता जागता उदाहरण तहसील क्षेत्र सिकन्दरपुर अन्तर्गत सन्दवापुर गांव के खलिहान व गड़ही के जमीन के पैमाइश का मामला है।जो अब तक नहीं किया जा सका है जबकि इस बारे में तीन समाधान दिवसों में आवेदनपत्र दिया जा चुका है।
इस सम्बंध में पता चला है कि सन्दवापुर गांव में 195 व 196 गड़ही और खलिहान का नम्बर है जिस पर गांव के कुछ दबंगों द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया है।गांव के एक नागरिक गुलाबचन्द राम द्वारा दोनों नम्बरों की पैमाइश कर उन पर से अतिक्रमणों को हटवाने के लिए बीते शनिवार को तहसील में आयोजित समाधान दिवस में आवेदनपत्र प्रस्तुत किया गया।किन्तु कोई कार्रवाई नहीं की गई।जबकि इस के पूर्व भी गुलाबचन्द दो अन्य समाधान दिवसों में भी इस सम्बन्ध में आवेदनपत्र दे चुके हैं।प्रशासन की इस उपेक्षा और शिथिलता के चलते गुलाबचन्द काफी मायूस हैं और डीएम बलिया तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री से भेंट कर गुहार लगाने के बारे में तैयारी करने लगे हैं।
रिपोर्ट - जितेंद्र राय
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