बलिया - स्थानीय शहर से सटे खोरीपाकड़ श्रीराम जानकी मंदिर पर सावन के पूर्णिमा पर्व का आयोजन सोमवार को हुआ। ब्रह्मलीन स्वामी पशुपति बाबा के सानिध्य में हर वर्ष की भांति विधि विधान से आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ों श्रद्वालुओं ने भाग लिया। काशी से पधारे आचार्य अजय पांडेय, आशुतोष मिश्र व अखिलानंद, निलेश के देखरेख में सुबह सात बजे से कार्यक्रम प्रारंभ हुआ।
माल्देपुर संमग तट पर वैदिक विधि से स्नान तर्पण, संध्या प्राणायाम, सूर्य उपासना आदि के बाद श्रीराममंदिर के प्रांगण में ऋषि पूजन, जनेऊ पूजन, बाबा महाराज के तैलचित्र का पूजन व आरती किया। डा. रामसुरेश सय ने कहा कि शास्त्रों में चार वर्ण के लिए चार महापर्व की विशेषता बताई गई है। मनुष्य को यह पर्व जीवन में विद्या एवं ज्ञान की निरंतर वृद्धि करने की प्रेरणा देता है। सावन की पूर्णिमा को ज्ञान की साधना का पर्व माना गया है। तपोनिष्ठ ब्रह्मचारी कन्हैया महाराज के निर्देशन में जितेंद्र सिंह, राम प्रवेश राय, अटल, बालजीत सिंह, संजय सिंह, धर्मराज, चंदन सिंह, अरूण कुमार, विनोद सिंह आदि मौजूद रहे l
रिपोर्ट - जितेंद्र राय
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